रेड क्रॉस सोसाइटी, द्वारा रक्तदान शिविर का किया गया आयोजन
अम्बेडकर नगर।
यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता ने 29वीं बार रक्तदान कर युवाओं को किया प्रेरित 24 अक्टूबर रेड क्रॉस सोसाइटी के बैनर तले आज अम्बेडकर नगर में एक विशेष रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें समाजसेवी एवं जनपद यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता ने नेतृत्व करते हुए 29वीं बार रक्तदान किया। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे रक्तदान के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर इस महत्त्वपूर्ण सामाजिक कार्य में सहभागी बनें। प्रवीण गुप्ता, जो रेड क्रॉस सोसाइटी के आजीवन सदस्य हैं, ने रक्तदान के महत्त्व और इससे जुड़े विभिन्न मिथकों पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “रक्तदान न केवल जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने का माध्यम है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। रक्तदान के बाद शरीर नई और स्वस्थ रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है, जिससे दानकर्ता की सेहत बेहतर होती है।”रक्तदान के संबंध में जागरूकता और भ्रांतियों का निवारण रक्तदान के प्रति समाज में अब भी कई प्रकार की भ्रांतियाँ व्याप्त हैं, जिनके कारण लोग इस नेक कार्य से पीछे हटते हैं। इन भ्रांतियों के बारे में जागरूकता फैलाना अत्यंत आवश्यक है: भ्रांति: रक्तदान से कमजोरी आ जाती है।
सत्य: स्वस्थ व्यक्ति के लिए रक्तदान पूरी तरह सुरक्षित है। रक्तदान के बाद शरीर 24-48 घंटों में खोए हुए तरल को पुनः भर लेता है और 2-3 सप्ताह में सभी रक्त कोशिकाएँ बन जाती हैं।
भ्रांति: बार-बार रक्तदान करने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता है।
सत्य: एक स्वस्थ व्यक्ति हर 3 महीने में रक्तदान कर सकता है, जिससे शरीर को कोई नुकसान नहीं होता। भ्रांति: रक्तदान के बाद संक्रमण का खतरा रहता है। सत्य: रक्तदान के दौरान सभी उपकरण एक बार प्रयोग किए जाते हैं और पूरी तरह से निष्फल होते हैं, जिससे संक्रमण का कोई खतरा नहीं होता।
समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बने प्रवीण गुप्ता प्रवीण गुप्ता ने अपने 29वें रक्तदान के अवसर पर कहा, “हर स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। रक्त की आवश्यकता किसी भी समय, किसी के भी जीवन में पड़ सकती है। एक यूनिट रक्त से तीन लोगों की जान बचाई जा सकती है। रक्तदान न केवल समाज की सेवा है, बल्कि यह मनुष्य के अंदर मानवता का सर्वोत्तम रूप प्रकट करता है।” गुप्ता ने युवाओं से विशेष रूप से अपील की कि वे समाज में फैली भ्रांतियों को दूर कर रक्तदान को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा, “आज का युवा यदि इन छोटे-छोटे प्रयासों में भागीदारी निभाएगा, तो हम एक स्वस्थ और जागरूक समाज का निर्माण कर सकते हैं।”रेड क्रॉस सोसाइटी का संदेश
रेड क्रॉस सोसाइटी, अम्बेडकर नगर के इस शिविर में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया और रक्तदान के प्रति जागरूकता प्रदर्शित की। सोसाइटी ने इस अवसर पर सभी रक्तदाताओं को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे शिविर न केवल रक्त की कमी को पूरा करते हैं, बल्कि समाज में परस्पर सहयोग और सेवा की भावना को भी बढ़ावा देते हैं।अंत में प्रवीण गुप्ता ने कहा, “रक्तदान का संदेश जितना दूर तक पहुँचेगा, उतने ही अधिक लोग इससे जुड़ेंगे और कोई भी मरीज रक्त की कमी के कारण अपनी जान नहीं गंवाएगा। हम सबको मिलकर यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी ज़रूरतमंद रक्त के अभाव में पीड़ित न रहे।”
इस सफल आयोजन के माध्यम से रेड क्रॉस सोसाइटी और यूथ आइकॉन प्रवीण गुप्ता ने समाज को न केवल रक्तदान के प्रति जागरूक किया, बल्कि एक स्वस्थ और मानवीय समाज की नींव रखने का प्रयास भी किया। रक्तदान में लोगों ने बढ़ चढ़ पर हिस्सा लिया जिस में प्रवीण कुमार गुप्ता ,मकसूद खान,अनुराग वर्मा,सत्यम शुक्ला ,विशाल चौधरी ,सचिन,दिनेश गुप्ता ,आशीष ,विश्वकर्मा,प्रवीण मांझी,रामतीरथ
इस अवसर पर रक्तकेंद्र प्रभारी डॉक्टर मनोज गुप्ता,काउंसलर दीपक नाग,लैब टेक्नीशियन संदीप,नवीन दीक्षित,राजकुमार आदि उपस्थित रहे।