अपहरण और लूट की वारदात से अंजान थाना गुडम्बा पुलिस,पीड़ित जान माल की रक्षा हेतु अधिकारियों की गणेश परिक्रमा करने को विवश
लखनऊ।
17 अक्टूबर को रात लगभग 10 बजे मकान नंबर ई-151,वुडलैंड,कुर्सी रोड थाना गुडम्बा मे एक व्यक्ति का ज़बरन उसके घर के गेट को खटखटा कर खुलवाया जाता है और उसका चार लोग मिलकर ज़बरन चारपाहिया वाहन पर अपहरण कर ले जाते है और उसको लगभग 4 किलोमीटर दूर अवध विहार कॉलोनी के किसी मकान के कमरे मे मारपीट कर बंधक बनाया जाता है जिसके उपरान्त अपहरनकर्ता पुनः उसके घर जाते है उसकी 8 वर्षीय पुत्री को दूसरे कमरे मे मारपीट कर बंद करने के बाद घर मे रखा कैश और जेवलरी लेकर मौके वारदात से निकल् जाते है जिसके बाद मेरे अवध विहार कॉलोनी पहुंच कर पीड़ित को 5 घंटे बाद वारदात की किसी को भी सूचना देने पर जान से मार देने की धमकी देने के साथ छोड़ देते है। वारदात की रात डायल 112 को घटना की सूचना देने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लुटपाट का वीडियो भी बनाया और थाना गुदम्बा मे लिखित तहरीर देने के वाउजूद पुलिस दबंगी के खिलाफ न तो मुकदमा लिख रही और न ही आरोपियों को गिरफ्तार कर रही है। उक्त घटना की जानकारी पीड़ित अजय कुमार मिश्रा पुत्र श्री राम मिश्र ने मीडियावार्ता दौरान दी। पीड़ित ने कहा कि 17 अक्टूबर को रात्रि करीब 10:00 बजे रवि शुक्ला पुत्र सुरेश शुक्ला निवासी अवध विहार कॉलोनी लखनऊ, विवान द्विवेदी पुत्र अज्ञात तथा हिमांशु पुत्र अज्ञात मेरे घर पर आए तथा दो लोग अन्य भी थे, घर में घुसकर मुझे जबरदस्ती अपनी गाड़ी में बैठकर उठा ले गए और अवध विहार कॉलोनी में बंद कर दिया। उसके बाद पुनः मेरे घर वापस आकर घर पर मौजूद श्रीमती के सामान, जेवर व जैसे की पत्नी के जेवर कीमती लगभग 6 से 7 लाख रुपए व नगद कैश ₹68,000/- एवं बच्चों के गुल्लक से जिसमें लगभग 45,000/- रुपए था, उक्त घर से लूटपाट करके ले गए उसके बाद मुझे काफी दंडित किया गया एवं मारा पीटा तथा 5 घंटे बाद छोड़ दिया और साथ-साथ धमकी भी दिया कि इस संबंध में कोई कार्यवाही किया तो पुनः तुमको मरवा दूंगा एवं बच्चों को भी अगवा कर लूंगा और लगातार उसको विपक्षियों से जान माल की धमकिया मिल रही। इसके बावजूद गुडम्बा पुलिस द्वारा उक्त घटना एवं लूटपाट की संबंध कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिससे दबंग विपक्षीगण रवि शुक्ला, विवान एवं हिमांशु लोगों के और हौसले बुलंद हो गए हैं। पीड़ित अजय कुमार मिश्र ने विपक्षीगण के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर जल्द गिरफ्तारी की मांग की है वही थाना गुडम्बा पुलिस पर बैठ कर सुलह समझौता बनाने का भी आरोप लग रहा है। अब देखना यह और कि थाना गुडम्बा पुलिस अपने को कैसे बेदाग् साबित करती है ?