CM Yogi बोले- लड़ेंगे विधानसभा चुनाव, पार्टी जहां से चाहेगी वहां से देगी टिकट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनाव लड़ने को लेकर बड़ा ऐलान किया है. सीएम योगी ने कहा कि वह 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और राज्य में बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें लेकर सत्ता में वापस आएगी. सीएम योगी ने कहा कि पार्टी जहां से भी कहेगी वह वहां से चुनाव लड़ेंगे. सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी बड़ी राजनीतिक पार्टी है और कभी नेता सरकार में काम करते हैं तो कभी उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी जाती है. पार्टी किसी को भी कभी भी कोई जिम्मेदारी दे सकती है.
असल में नए साल के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि उनके चुनाव लड़ने को लेकर पार्टी तय करेगी और पार्टी जहां से चाहेगी उन्हें टिकट देगी. अयोध्या, गोरखपुर हो या देवबंद और कैराना आदि से चुनाव लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं सभी 403 विधानसभा सीटों पर लड़ रहा हूं और पार्टी जहां से चुनाव लड़ने को कहेगी वहां से मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं. उन्होंने साफ कहा कि वह विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और राज्य में बीजेपी 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी.
कोई भी हमेशा मुख्यमंत्री या मंत्री नहीं रहता
सीएम योगी ने कहा कि राज्य में पार्टी की जन विश्वास यात्रा तीन जनवरी को समाप्त हो रही है और लोगों का बीजेपी को जनसमर्थन देखने को मिला है. सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी बहुत बड़ा परिवार है और ऐसे में पार्टी नेता की भूमिका अलग-अलग समय पर अलग होती है. यह जरूरी नहीं है कि एक व्यक्ति हमेशा मुख्यमंत्री या मंत्री रहे. उसे संगठन की जिम्मेदारी भी पूरी तरह से निभानी पड़ती है और जिम्मेदारी कहीं और दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि पार्टी में नए कार्यकर्ताओं को भी अवसर दिए जाते हैं.
अखिलेश यादव पर मुफ्त में बिजली पर साधा निशाना
वहीं एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी जब सरकार में थी तो बिजली उपलब्ध नहीं करा सका थे और अब मुफ्त में बिजली कहां से देंगे. एसपी सरकार के दौरान लोग अंधेरे में जी रहे थे. सीएम योगी ने कहा कि अगर बिजली नहीं होगी तो जनता को मुफ्त में बिजली कहां से देंगे.
जनता ने छोड़ दिया है जातिवाद
सीएम योगी ने कहा कि जनता 2014 में ही जातिगत राजनीति को भूल गई है और सभी जातियों के लोग बीजेपी के साथ हैं. हम सरकार के काम के लिए जनता के बीच जाएंगे और एक बार फिर जाति और वंशवाद की राजनीति हाशिए पर होगी. समाज के हर वर्ग में भरोसा बढ़ा है.