उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के साथ ही मंत्रियों के नाम पर दिल्ली में एक साथ होगा फैसला, बैठकों का दौर जारी
उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम पर अभी तक फैसला नहीं हो सका है. जबकि राज्य में भारतीय जनता पार्टी के पास सरकार बनाने के लिए पूर्ण बहुमत है. असल में राज्य के सीएम पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने के बाद सीएम के पद को लेकर पार्टी मुश्किल में फंस गई है और अभी तक सीएम को लेकर फैसला नहीं हो सका है. जानकारी के मुताबिक राज्य के नए मुख्यमंत्री के चयन के साथ ही नए मंत्रिपरिषद के सदस्यों के चयन के लिए पार्टी की बैठकें हो चुकी हैं और अब इस पर फैसला होना बाकी है. वहीं बीजेपी आलाकमान ने राज्य की नई सरकार का खाका लगभग तय कर लिया है और मुख्यमंत्री के नाम पर फैसले के साथ ही नए मंत्रियों के नामों की भी घोषणा एक साथ की जाएगी.
राज्य में बीजेपी विधायक दल की बैठक 20 मार्च को प्रस्तावित है. इसी दिन नेता के चयन की औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएगी. चर्चा है कि राज्य के सीएम के लिए बीजेपी आलाकमान ने नाम तय कर लिया है और देहरादून में विधायक दल की बैठक में नाम को उजागर किया जाएगा. चर्चा है कि मुख्यमंत्री के साथ शीर्ष नेतृत्व ने भी नई कैबिनेट के चेहरों पर विचार किया है. इसके साथ ही नई कैबिनेट में 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय और जातिगत संतुलन को साधा जाएगा. वहीं राज्य के कई विधायक में डेरा डाले हुए हैं.
शपथ ग्रहण का होगा भव्य समारोह
राज्य में दूसरी बार सत्ता में लौटी भारतीय जनता पार्टी शपथ ग्रहण समारोह को भव्य तरीके से मनाएगी. शपथ ग्रहण कार्यक्रम बड़े मैदान में आयोजित किया जाएगा और समारोह में प्रदेश भर से कार्यकर्ताओं को बुलाने के साथ ही पार्टी के बड़े नेता भी शामिल होंगे. वहीं राज्य में पार्टी के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम ने गुरुवार को बीजेपी के पदाधिकारियों से इसको लेकर चर्चा की.
कम हो सकते हैं मंत्री
राज्य में ये भी माना जा रहा है कि इस बार कैबिनेट का आकार पिछली बार की तुलना में कम होगा. कुछ मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. वहीं नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. पार्टी इस बार युवा चेहरों को कैबिनेट में शामिल करने के पक्ष में है. इसके साथ ही पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को नेतृत्व की दूसरी पंक्ति के रूप में भी बढ़ावा देने की तैयारी में है. राज्य की पांचवीं विधानसभा में बीजेपी के नौ विधायक चुने गए हैं जिनकी उम्र चालीस साल से कम है.