आज का दिवस इस संसद को प्रणाम करने का है, संसद के सेंट्रल हॉल में बोले पीएम मोदी
देशभर में आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है. इस मौके पर शुक्रवार को संसद में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका कांग्रेस, आप समेत विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया. लोकसभा स्पीकर कोटा से सांसद ओम बिरला ने इस बहिष्कार को लेकर कहा कि ये कार्यक्रम संसद का था और मैं इस घटना से खासा व्यथित हूं. हमें इस तरह के कार्यक्रम और संसदीय परंपरा को बनाए रखना चाहिए.
लोकसभा स्पीकर ने कहा, अगर किसी मुद्दे को लेकर असहमति है, तो आप मुझसे बात कर सकते हैं. विपक्ष जितना मजबूत होगा, सरकार उतनी ही जिम्मेदार होगी. उन्होंने कहा कि इस तरह कार्यक्रम का बहिष्कार करना. ये सब उचित नहीं है. हमारी कोशिश रही है और रहेगी कि संसद में सभी पार्टियां मुझसे संवाद करें. लोकसभा स्पीकर ने कहा, कोई भी दिक्कत हो तो कम से कम बात तो करें. आज जिस तरह से बहिष्कार किया गया है, उससे मैं बहुत आहत हूं.
प्रतिपक्ष को सम्मान देना मेरी जिम्मेदारी: स्पीकर
ओम बिरला ने कहा, अगर कोई बात है तो उसकी चर्चा मुझसे की जाए. हम उसका हल निकालने का प्रयास करते है. लेकिन बिना बात किए कार्यक्रम में शामिल नहीं होगा. ये सभी परंपरा नहीं है. उन्होंने कहा, एक अच्छी परंपरा बनाने की जरूरत है. प्रतिपक्ष को सम्मान देना मेरी जिम्मेदारी है. इसके लिए मैं भरपूर कोशिश भी करता हूं. विपक्ष की आवाज लोकतंत्र के लिए आवश्यक पहलू होता है. ये संसद का कार्यक्रम था, केंद्र सरकार का नहीं. स्पीकर ने कहा, इस कार्यक्रम के लिए मैंने सभी को निमंत्रण दिया था.
जनता चाहती है संसद सत्र चले: स्पीकर
लोकसभा स्पीकर ने कहा, 29 तारीख को सर्वदलीय बैठक होने वाली है, जिसका आयोजन स्पीकर कर रहे हैं. इसमें सभी दल चर्चा करने वाले हैं. इस बैठक में संसद का कामकाज सुचारू रूप से चले इस बात पर चर्चा की जाएगी. उन्होंने कहा, देश की जनता चाहती है कि संसद सत्र चले. अभी चार दिसंबर को PAC शताब्दी समारोह होने वाला है, जिसके अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी है. लेकिन यह कार्यक्रम विपक्ष या PAC का नहीं बल्कि संसद का कार्यक्रम है. मेरा मानना है जिन कार्यक्रमों में राष्ट्रपति आते हैं या विधानसभा में राज्यपाल होते है, तो इन कार्यक्रमों की मर्यादा को बनाए रखना चाहिए .
ओम बिरला ने कहा, संसद में कौन बिल आएगा , कौन नहीं आएगा यह BAC में तय होता है. लोकसभा स्पीकर ने कहा कि आज के कार्यक्रम में मंच पर विपक्ष के नेता और दोनों सदन के नेताओं के लिए बैठने की व्यवस्था की गयी थी. उनके ऑफिस को भी सूचित किया गया था. स्पीकर ऑफिस और संसदीय कार्यमंत्री के तरफ से भी विपक्ष को इसकी सूचना दी गयी थी.