Apple बनी दुनिया की पहली कंपनी जिसका मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार, भारत की इकोनॉमी से भी ज्यादा
क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक कंपनी ऐसी भी है जिसका मार्केट कैप भारत की इकोनॉमी से कही ज्यादा है. साल 2022 के पहले कारोबारी सत्र यानी सोमवार को Apple का मार्केट कैप इतिहास में पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर यानी 3 लाख करोड़ डॉलर के पार पहुंच गया. भारत की जीडीपी का आकार करीब 2.65 ट्रिलियन डॉलर है.
ऐप्पल के निवेशकों को इस बात का पूरा भरोसा है कि कंपनी का प्रदर्शन आगे भी शानदार रहेगा. कंपनी आने वाले दिनों में भी बेस्ट सेलिंग स्मार्टफोन्स लॉन्च करती रहेगी. इसके अलावा कंपनी ने वर्चुअल रिएलिटी और ऑटोमैटिक कार सेगमेंट में भी अपना विस्तार कर रही है. सोमवार को जब अमेरिकी बाजार खुला तो कारोबार के दौरान ऐप्पल के शेयर का भाव 183 डॉलर तक पहुंच गया जिसके कारण पहली बार किसी कंपनी का मार्केट कैप 3 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचा.
ब्रांड के साथ जुड़ी है प्रतिष्ठा
यह कंपनी iPhones, MacBooks जैसे प्रोडक्ट के अलावा Apple TV और Apple Music जैसी सर्विस देती है. यह एक ऐसा ब्रांड है जिसे हर कोई अपने गैजेट्स में शामिल करना चाहता है. यह समाज में प्रतिष्ठा की तरह है. पूरी दुनिया में ऐप्पल के स्मार्टफोन्स और गैजेट्स के प्रति क्रेज है. यही वजह है कि इसके बाजार का लगातार विस्तार भी हो रहा है.
ट्रिलियन डॉलर क्लब में ये कंपनियां
ट्रिलियन डॉलर कंपनीज की बात करें तो ऐप्पल के अलावा माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट, एमेजॉन, टेस्ला, सऊदी अरामको जैसी कंपनियां इस क्लब में शामिल हैं. माइक्रोसॉफ्ट का मार्केट कैप करीब 2.5 ट्रिलियन डॉलर है. सऊदी अरामको का मार्केट कैप करीब 1.9 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं, टेस्ला, एमेजॉन, अल्फाबेट जैसी कंपनियों का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है.
कंपनी का फंडामेंटल काफी मजबूत
रॉयटर्स में छपी रिपोर्ट में वेल्स फर्गो इन्वेस्टमेंट इंस्टिट्यूट के मार्केट स्ट्रैटिजिस्ट स्कॉट व्रेन ने कहा कि जिन कंपनियों का फंडामेंटल और बैलेंसशीट मजबूत है, मार्केट उन्हें रिवॉर्ड कर रही है. इतना बड़ा मार्केट कैप होने का मतलब साफ है कि इनका बिजनेस मॉडल मजबूत है और यह अनुमान पर आधारित नहीं है.
2007 में पहला आईफोन लॉन्च हुआ था
ऐप्पल के पूर्व चीफ और को-फाउंडर स्टीव जॉब्स ने साल 2007 में पहली बार iPhone को लॉन्च किया था. उसके बाद से इस कंपनी के शेयर में पिछले 14 सालों में 5800 फीसदी का उछाल आया है. 2011 में टीम कुक कंपनी के CEO बनाए गए. उनके कार्यकाल में कंपनी के रेवेन्यू में काफी इजाफा हुआ है. वीडियो स्ट्रीमिंग और म्यूजिक के जरिए कंपनी की कमाई काफी बढ़ी है. ऐप्पल अपनी कमाई के लिए अब केवल आईफोन पर निर्भर नहीं है. 2018 में कंपनी के टोटल रेवेन्यू में आईफोन का शेयर 60 फीसदी था जो घटकर 2021 में 52 फीसदी रह गया.
इलेक्ट्रिक व्हीकल भी लॉन्च करेगी ऐप्पल
चीन दुनिया का सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है. लगातार दूसरे महीने एप्पल वहां की लीडर बनी है. उसने Vivo, Xiaomi जैसी टेक कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है. टेस्ला इस समय दुनिया की सबसे महंगी ऑटो कंपनी है. इसके अलावा पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक व्हीकल का क्रेज बढ़ रहा है. यही वजह है कि ऐप्पल भी इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करने की तैयारी में है.