आर्थिक-शेयर

आईपीओ बाजार में तेजी से निवेश बैंकरों की हुई चांदी, कमाए 8192 करोड़ रुपये

बीते साल आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) का बाजार गुलजार रहा, जिसका फायदा निवेश बैंकरों को सबसे अधिक हुआ. वर्ष 2021 में नई प्रौद्योगिकी कंपनियों की अगुवाई में 63 आईपीओ के जरिये 1.2 लाख करोड़ रुपये या 16.6 अरब डॉलर की राशि जुटाई गई. उद्योग की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान निवेश बैंकरों ने आईपीओ बाजार में तेजी के बीच 1.1 अरब डॉलर का शुल्क जुटाया. यह किसी एक साल में जुटाया गया सलाहकार शुल्क का सबसे ऊंचा आंकड़ा है.

बीते साल कंपनियों ने आईपीओ के जरिये रिकॉर्ड 1.2 लाख करोड़ रुपये (6.6 अरब डॉलर) जुटाए. इससे पिछला रिकॉर्ड 2017 में 10.8 अरब डॉलर का रहा था. बीते साल जहां आईपीओ की संख्या दोगुना से अधिक हुई. वहीं आईपीओ से जुटाई गई राशि चार गुना से अधिक हो गई. यह रिपोर्ट लंदन स्टॉक एक्सचेंज ग्रुप की इकाई रिफिनिटिव ने तैयार की है. यह दुनिया की वित्तीय बाजार आंकड़े उपलब्ध कराने वाली सबसे बड़ी कंपनियों में से है.

साल 2022 में भी गुलजार रहेगा आईपीओ बाजार

रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीओ बाजार में तेजी का यह रुख 2022 में भी जारी रहेगा. इस साल एलआईसी का आईपीओ आना है जिसपर सभी की निगाह है. रिपोर्ट कहती है कि निवेश बैंकिंग गतिविधियों के जरिये 2021 में 1.1 अरब डॉलर की कमाई की गई. यह 2020 की तुलना में 8.5 फीसदी अधिक है. वर्ष 2000 में इसका रिकॉर्ड रखने की शुरुआत के बाद से यह सबसे ऊंचा आंकड़ा है.

रिपोर्ट के अनुसार, कुल शुल्क में इक्विटी पूंजी बाजार ‘अंडराइटिंग’ शुल्क 2020 की तुलना में 49.7 प्रतिशत बढ़कर 43.38 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया. वहीं बॉन्ड बाजार के लिए यह 24.4 प्रतिशत घटकर 16.48 करोड़ डॉलर रहा. कुल मिलाकर 2021 में इक्विटी बाजार में 35.6 अरब डॉलर की राशि जुटाई जो पिछले साल की तुलना में 4.3 प्रतिशत कम है.

एफपीओ के जरिये 18.6 अरब डॉलर जुटाए गए जो 2020 की तुलना में 42.8 प्रतिशत कम है. इक्विटी पूंजी बाजार द्वारा जुटाई गई कुल राशि में अनुवर्ती निर्गमों का हिस्सा 52 प्रतिशत रहा. रिपोर्ट में कहा गया है कि निवेश बैंकरों में एसबीआई कैपिटल का कुल निवेश बैंकिंग शुल्क में 7.8 प्रतिशत हिस्सा रहा. उसने संबद्ध शुल्क के रूप में 8.69 करोड़ डॉलर जुटाए.

इस साल भी आईपीओ बाजार में रहेगी तेजी

आईपीओ का बाजार चालू जनवरी-मार्च की तिमाही में भी गुलजार रहेगा. तिमाही के दौरान 23 कंपनियां आईपीओ के जरिए 44,000 करोड़ रुपए जुटाने की तैयारी कर रही हैं. मर्चेंट बैंकरों ने यह जानकारी दी. आईपीओ से राशि जुटाने के मामले में प्रौद्योगिकी आधारित कंपनियां सबसे आगे रहेंगी.

मार्च तिमाही के दौरान जिन कंपनियों के आईपीओ के जरिए धन जुटाने की उम्मीद है… उनमें ओयो (8,430 करोड़ रुपए) और आपूर्ति श्रृंखला से जुड़ी कंपनी डेल्हीवरी (7,460 करोड़ रुपए) शामिल हैं. इनके अलावा अडाणी विल्मर (4,500 करोड़ रुपए), एमक्योर फार्मास्युटिकल्स (4,000 करोड़ रुपए), वेदांत फैशंस (2,500 करोड़ रुपए), पारादीप फॉस्फेट्स (2,200 करोड़ रुपए), मेदांता (2,000 करोड़ रुपए) और इक्सिगो (1,800 करोड़ रुपए) के आईपीओ भी तिमाही के दौरान आने की उम्मीद है.

Lahar Ujala

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button