हुर्रियत नेता को बुलावा भेजने पर भारत की OIC को नसीहत, कहा- संगठन से ऐसे लोगों को प्रोत्साहित करने की उम्मीद नहीं
भारत ने अगले हफ्ते इस्लामाबाद में होने वाली इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में भाग लेने के लिए हुर्रियत कान्फ्रेंस को आमंत्रित किए जाने को लेकर संगठन पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत इस तरह की गतिविधियों को बहुत गंभीरता से लेता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि हम ओआईसी से उम्मीद करते हैं कि वो भारत-विरोधी गतिविधियों और आतंकवाद में संलिप्त रहने वालों को प्रोत्साहित न करे.
ओआईसी की बैठक में हुर्रियत कान्फ्रेंस को आमंत्रित किए जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम इस तरह की गतिविधियों को बहुत गंभीरता से लेते हैं जो देश की एकता को नष्ट करने का प्रयास है और संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती हैं. बागची ने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओआईसी विकास संबंधी महत्वपूर्ण गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने के बजाए अपने एक सदस्य के राजनीतिक एजेंडे के अनुसार काम कर रहा है.
Govt takes seriously the actions motive of which is to destroy India's unity & sovereignty. Hope OIC won't encourage nations&orgs indulging in terrorism & anti-India activities. Unfortunate that it's driven by single agenda: MEA on OIC inviting Hurriyat at Foreign Ministers’ meet pic.twitter.com/oi1DeHPRJI
— ANI (@ANI) March 17, 2022
‘राजनीतिक एजेंडे से मार्गदर्शित हो रहा है ओआईसी’
प्रवक्ता ने पाकिस्तान के परोक्ष संदर्भ में कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि ओआईसी महत्वपूर्ण विकास गतिविधियों पर ध्यान देने की बजाए एक सदस्य के राजनीतिक एजेंडे से मार्गदर्शित हो रहा है. उन्होंने कहा कि हमने बार-बार ओआईसी से कहा है कि वो भारत के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने के लिए अपने मंच का इस्तेमाल निहित स्वार्थी तत्वों को प्रदान करने से बचे. बागची से उन खबरों के बारे में पूछा गया था, जिसमें ओआईसी की ओर से आल पार्टी हुर्रियत कान्फ्रेंस को 23 और 25 मार्च को इस्लामाबाद में होने वाले उसकी बैठक में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था.
हाल ही में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान आतंकवाद को खत्म करने की वैश्विक मांग को पूरा करने में नाकाम रहा है और उसकी सरजमीं पर ऐसे आतंकवादी पैदा हुए हैं, जिन्होंने दक्षिण एशिया और दुनियाभर में लोगों का चैन छीन लिया है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में सामान्य चर्चा के दौरान पाकिस्तान और इस्लामिक सहयोग संगठन की ओर से दिए गए बयानों के जवाब में संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा में भारत के स्थाई मिशन के प्रथम सचिव पवन बधे ने कहा था कि पाकिस्तान ने इस वास्तविकता को नजरअंदाज किया है कि वो आतंकवादी संगठनों को पोषित करने की अपनी ही नीतियों का शिकार हो गया है.