उत्तर-प्रदेश

अस्थि शल्य विभाग द्वारा स्पाइन काॅन्क्लेव 2025 का भव्य आयोजन

 

किंग जाॅर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (के0जी0एम0यू0) के अस्थि शल्य विभाग द्वारा स्पाइन काॅन्क्लेव 2025 का भव्य आयोजन क्लाक्र्स अवध होटल लखनऊ में किया गया। इस अवसर पर सी0एम0ई0 सत्र होटल परिसर में आयोजित हुई, जबकि कैडेवरिक वर्कशाॅप के0जी0एम0यू0 के एनाटाॅमी विभाग में सम्पन्न हुई। इस समन्वित आयोजन में प्रतिभागियों को सैंद्वांतिक ज्ञान और व्यावहारिक प्रशिक्षण दोनों का उत्कृष्ट अवसर प्रदान किया। देश के प्रमुख स्पाइन विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और चिकित्सकों की सक्रिय भागीदारी से यह आयोजन अत्यंत सफल रहा।

इस आयोजन के सी0एम0ई0 सत्र में 100 से अधिक विशेषज्ञों और चिकित्सकों ने भाग लेकर अपने अनुभव साझा किए। तथा प्रतिभागियों को जटिल स्पाइन पैथोलाॅजी, शल्य-प्रबंधन और पुर्नवास संबंधी नवीनतम शोध और क्लीनिकल गाइडलाइंस से अवगत कराया। जिसमें डिस्क प्रोलैप्स, स्पाइनल ट्रामा, टयूमर और जन्मजात विकृतियों पर गहन चर्चा हुई। साथ ही डपदपउंससल प्दअंेपअम ैचपदम ैनतहमतल ;डप्ैैद्धए एंडोस्कोपिक तकनीकों और नेविगेशन-असिस्टेड सर्जरी पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया।

और कैडेवरिक वर्कशाॅप में 45 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस वर्कशाॅप में रीढ की बीमारियों के निदान और शल्य चिकित्सा की आधुनिक तकनीकों पर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस स्पाइन काॅन्क्लेव प्रोग्राम में राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों ने व्याख्यान और लाइव डिमाॅन्स्ट्रेशन प्रस्तुत किए, जिससे प्रतिभागियों को नवीनतम शल्य तकनीकों और प्रोटोकाॅल की गहन समझ प्राप्त हुई। राष्ट्रीय फैकल्टी में शामिल विशेषज्ञः डाॅ. गुरू राज (दिल्ली), डाॅ. शैलेश हडगांवकर (पुणे), डाॅ. तरूण सूरी (दिल्ली), डाॅ. नीरज वासवाडा (मुम्बई) और डाॅ. विशाल कुन्दनानी (मुम्बई)। इन विशेषज्ञों ने अपनी विशेषताओं और अनुभवों को साझा करते हुए प्रतिभागियों को अद्यतन तकनीकों, नवीनतम शोध और वास्तविक क्लीनिकल केस मैनेजमेंट से परिचित कराया।
इस स्पाइन काॅन्क्लेव प्रोग्राम की विशेषता यह रही की इसमे न केवल वरिष्ठ विशेषज्ञों ने अपने शोध और अनुभव साझा किए, बल्कि युवा अस्थि-शल्य चिकित्सकों को भी अपने कार्य प्रस्तुत करने का अवसर मिला तथा इससे संवाद, सहयोग और नई सोच को प्रोत्साहित किया गया। इस आयोजन समिति में पैट्रन-इन-चीफ प्रो0 सोनिया नित्यानंद (कुलपति, के0जी0एम0यू0), गेस्ट आॅफ आॅनर डाॅ0 बी0 के0 ओझा, अध्यक्ष प्रो0 आशीष कुमार (विभागाध्यक्ष, अस्थि शल्य चिकित्सा विभाग), डाॅ0 आर0एन0 श्रीवास्तव, प्रेसीडेन्ट – उत्तर प्रदेश स्पाईन सोसाईटी, संगठन सचिव डा0 शाह वलीउल्ला (एडिशनल प्रोफेसर, अस्थि शल्य चिकित्सा विभाग), डाॅ0 संदीप केसरवानी, डाॅ0 हरप्रीत सिंह, डाॅ0 आशीष जैन, डाॅ0 संजय यादव उपस्थित हुये। इनके मार्गदर्शन में यह सम्मेलन शैक्षणिक और व्यवहारिक दृष्टिकोण से सफल हुआ।
इस सम्मेलन का मुख्य संदेश स्पष्ट हुआ कि रीढ़ की हड्डी से जुड़ी बीमारियाँ केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य का ही नहीं, बल्कि समाज और सार्वजनिक स्वास्थ्य का भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। स्पाइन काॅन्क्लेव 2025 ने इस दिशा में जागरूकता बढ़ाने और चिकित्सकों को आधुनिकतम तकनीकी से सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभायी। उपस्थित विशेषज्ञों ने इस बात पर यह सहमति व्यक्त कि ऐसे सम्मेलन भविष्य में उपचार पद्वतियों को नयी दिशा देंगें और रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के अवसर प्रदान करेंगंे।

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